Monday, October 11, 2010

मैने चाहा ना, गोरा बदन,
सुन्दर आँखे , चंचल चितवन,
मैने चाहा ना, तन इकहरा,
पतली कमर, लट का रंग सुनहरा,
मैने चाहा ना, वो दिखे परी,
अजन्ता की मूरत, ज्यो संगमर मरी,
मैने चाहा ना, नयन कटीले ,
मादकता छलकाते, वो होठ रसीले,
मैने चाहा ना, हिरनी सी चाल,
ना मख्खन सा रंग, ना गुलाबी गाल,
मैने चाहा ना,  कोई राजकुमारी,
फूलो सा बदन , कलियों  की क्यारी,

मैने चाहा,  दो मिठे बोल,
प्रेम बरसाये, वो लब खोले,
मैने चाहा, करे प्यारी बाते,
ईद सा दिन बिते, दिवाली सी रातें
मैने चाहा, वो मुझको चाहे,
बसे मेरे मन में, मुझे अपने मन बसाये,
मैने चाहा, एक प्रेम की मूरत,
स्नेह छलकाये आँखे हो भोली सी सूरत,
मैने चाहा, स्नेह मन बसाये,
प्यार करे परिवार से, मेरा संसार सॅवारे,
मैने चाहा, वो मुझको जाने,
में समझू उसको, वो मुझको माने,

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