Saturday, November 11, 2017

ना हंसने की गलती की

ना हंसने की गलती की, और ना रोने का मजा लिया
सीधे से इस जीवन को , जटिल इतना क्यों बना लिया
किसी अदा पर मर मिटना
और किसी ख्याल में खोये रहना
तुम बिन जीना बड़ा मुश्किल है
किसी को मन से ये कहना
तुम्हे देख कर जीते है , तुम्हे अपना सब कुछ बना लिया
ना हंसने की गलती की, और ना रोने का मजा लिया
किसी की यादो में खोकर
ना आँखों से नीर बहाया है
ना सपने सजाये किसी के मन में
ना कोई सपनो में आया है
ना किसी की साँसों में बसे,न  किसी को आँखों में सजा लिया
ना हंसने की गलती की, और ना रोने का मजा लिया

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